हां तेरे लिए खुद को खोने लगा हूं
हां तेरे लिए खुद को खोने लगा हूं
अब यादें तेरी ले कर सोने लगा हूं
तेरी यादों से बातें करने लगा हूं
खुद को दूर छोड़ कर तेरा होने लगा हूं
अब नहीं यक्किं खुद पर मुझे
अब तुझ पे यक्किन करने लगा हूं
गैलरी में तेरी फोटो रखने लगा हूं
ऑनलाइन तुझे देख खुश होने लगा हूं
तेरे नाम अब ग़ज़ल लिखने लगा हूं
शायरी में तेरा नाम पढ़ने लगा हूं
मैं तुझ से मोहब्बत बेइंतहां करने लगा हूं
तेरे दिल में मैं कब से रहने लगा हू
अपने दिल की बातें तुझ से कहने लगा हूं
तेरे लिए मैं खुद से दूर रहने लगा हूं
RAJ RATHOR_ISOLATE THINKER
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